Love Shayari ~ Love Shayari in Hindi | With images
नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार-ए-इश्क में,
किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता।
है कोई वकील इस जहान में,
जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझ को।
तकिये के नीचे दबा के रखे हैँ तुम्हारे ख्याल,
एक तेरा अक्स, एक तेरा इश्क़ , ढेरो सवाल और तेरा इंतज़ार।
इश्क कर लिजीए बेइन्तेहा ~किताबोँ~ से,
जिन्दगी के पन्ने इन्ही से मुक्कमल होते हैं।
एक बात पूछें तुमसे जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें
जो इश्क़ हमसे सीखा था अब वो किससे करते हो।
हम भी बिकने गए थे बाज़ार-ऐ-इश्क में,
क्या पता था वफ़ा करने वालों को लोग ख़रीदा नहीं करते।
राह यूँ ही नामुक्क्मल, ग़म-ए-इश्क का फ़साना,
मुझ को नींद नहीं आयी, सो गया ज़माना।
बरसों से कायम है इश्क़ अपने उसूलों पर,
ये कल भी तकलीफ देता था और ये आज भी तकलीफ देता है।
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में दोस्त,
दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है।
गीली लकड़ी सा इश्क उन्होंने सुलगाया है,
ना पूरा जल पाया कभी, ना बुझ पाया है।
ना पूरा जल पाया कभी, ना बुझ पाया है।
रूह तक नीलाम हो जाती है इश्क के बाज़ार में,
इतना आसान नहीं होता किसी को अपना बना लेना।
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